भाजपा सरकार में मुसलमान सुरक्षित नहीं : सपा सांसद डॉ. बर्क़

लोकसभा में वंदे मातरम गाने के विरोध में लगातार आवाज बुलंद करने वाले संभल के सांसद डॉ. शफीकुर्रहमान बर्क ने भाजपा पर मुसलमानों का उत्पीडऩ करने का गंभीर आरोप लगाया है। कल बर्क संभल के चंदौसी में रोजा इफ्तार में शिकरत कर रहे थे। इसी दौरान उन्होंने भाजपा पर हमला बोलने के साथ ही मुसलमानों को एकजुट होने की सलाह दी।

SP Member of Parliament Dr. Barq
 17वीं बार लोकसभा का चुनाव लडऩे वाले सांसद डॉ.शफीकुर्रहमान बर्क रोजा इफ्तार पार्टी में शामिल होने पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि भाजपा के नेता मुसलमानों के खिलाफ बयानबाजी करते है। इसके चलते अन्य नेताओं को भी बयान देने पड़ते है। मुसलमान देश में अमन चैन चाहता है, लेकिन हमें जीने का हक नहीं दिया जा रहा है। इस बात को मैं संसद में भी सामने रखूंगा। देश की आजादी में जिस समय मुसलमान कुर्बानी दे रहा था। उस समय यह आरएसएस के लोग कहा थे। उन्होंने कहा कि देश में इस समय मुसलमान सुरक्षित नहीं है। उन्हें मारा जा रहा है। निर्दोष लोगों को फंसाया जा रहा है। सत्ता तो सिर्फ पांच वर्ष के लिए आती है। अब जो लोग अभी सत्ता में है। वह बाद में नहीं रहेंगे। देश में अमन कायम रहना चाहिए।

सांसद बर्क ने कहा कि मुसलमान देश में न तो कोई झगड़ा चाहता है, न ही कोई हिंसा चाहता है। बार-बार हमें पाकिस्तान भेजने के बयान क्यों दिए जाते हैं। हम इस देश में पैदा हुए हैं. हम यहीं रहेंगे। यहीं सियासत करेंगे. हमारी दिलचस्पी तो अपने देश में है। पाकिस्तान में नहीं है। डॉ बर्क ने कहा कि देश में मुसलमान सुरक्षित नहीं हैं, उनकी हत्या की जा रही है। भी देश के मुसलमानों को पाकिस्तान भेजने जैसे बयान दिए जाते हैं। देश में मुसलमान महफूज नहीं है। सांप्रदायिक दंगे भड़काकर मॉब लिंचिंग के नाम पर मुसलमानों का कत्ल किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अब संसद में सरकार से हम यह सवाल पूछेंगे कि हमें इस देश में जीने का हक कब दिया जाएगा।

देश के सबसे उम्र दराज सांसदों में से एक समाजवादी पार्टी के नेता 88 वर्षीय डॉ. बर्क ने कल चंदौसी में कहा कि हिंदुओं ने एकजुट होकर भाजपा को वोट दिया है। इसी के कारण ही सूबे में चलते महागठबंधन को सिर्फ 15 सीट मिली है। उन्होंने कहा कि भाजपा के शासन में देश में मुसलमानों को उनके जीने का हक नहीं दिया जा रहा है। इसके विपरीत मुस्लिम समाज अपने देश से प्यार करता है। उन्होंने कहा कि देश की आजादी के समय में भी तमाम मुसलमानों ने कुर्बानी दी। उस समय आरएसएस के लोग कहां थे। जब देश आजाद हो गया तो आरएसएस वाले अब देश के ठेकेदार बन रहे हैं।

महागठबंधन में समाजवादी पार्टी के टिकट पर अपने जीवन के 17 वां चुनाव लड़कर 17वीं लोकसभा में पहुंचे सांसद डा. शफीकुर्रहमान बर्क यूपी से संसद से पहुंचने वालों में तो सबसे उम्रदराज हैं। पूरे देश के भी सबसे अधिक आयु के सांसदों में भी शुमार हैं। उम्र के इस पड़ाव पर कम ही लोग संसद तक पहुंच पाते हैं। डा. शफीकुर्रहमान बर्क ने 17वीं लोकसभा के लिए जीवन का सत्रहवां चुनाव लड़ा और शानदार जीत हासिल की।

डॉ. शफीकुर्रहमान बर्क ने चुनाव में अपनी जीत के बाद कहा कि संसद में वंदे मातरम न गाने के अपने पुराने स्टैंड पर वो कायम रहेंगे और वंदे मातरम नहीं गाएंगे। केंद्र में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार बन रही है तो वो अब पार्टी के साथ विपक्ष में बैठकर जनता के खिलाफ जो कुछ होगा, उसका विरोध करेंगे। डॉ. बर्क ने साफ किया कि वंदे मातरम को लेकर वो अपने पुराने फैसले पर कायम हैं। केवल वही देशभक्त नहीं होते जो वंदे मातरम गाते हैं। वो खुद सच्चे और पक्के देशभक्त हैं और हमेशा अपने देश के भले के लिए काम किया है। उन्होंने कहा कि वो संसद में पहुंच गए हैं, वहां जनता के हक के लिए आवाज बुलंद करेंगे।

(Source Jagran)
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