Ankit Murder - Full Inside Story

Sambhal News: The person who has been murdered six days before the beautiful-young son of the person who has been slaughtered in the middle road, if he finds you laughing then it becomes difficult to believe in the eyes.

The mind starts to question, is everything all right? No ... not all right. A family is shattered.

To reach Ankit's one-room house, it has to go through a narrow living. One person can climb up to him at a time.
Ankit Saxena Delhi Murder Case

चेतावनी: तीसरे पक्ष की सामग्री में विज्ञापन हो सकते हैं.

घर में एक ऊंची चौकी पर अंकित की मां सोई हुई थीं. कुछ औरतें उन्हें घेरकर आपस में बातें कर रही थीं. उसी कमरे के ही एक हिस्से में किचन था. जहां बर्तन बिखरे हुए थे.

देखकर लग रहा था मानो इस घर में कोई भूकंप आया हो.

बेटे के कुछ हमउम्र दोस्त हैं जो आते-जाते रहते हैं. पिता की आंखें अब उन्हीं में बेटे को तलाश सकती हैं, सो तलाशती हैं.

'काश! अंकित सक्सेना की उससे शादी हो जाती'

अंकित और अख़लाक़ हत्याकांड पर एक-सी प्रतिक्रिया क्यों नहीं?

रिश्तेदार लौट चुके हैं...
अंकित के पिता कहते हैं, "जब बेटे के दोस्त चले जाते हैं तो टीवी खोलकर बैठ जाता हूं. कभी-कभी अचानक से मेरे ही बेटे की हत्या से जुड़ी ख़बरें आ जाती हैं और सब कुछ आंखों के सामने नाच उठता है."

अंकित सक्सेना की ग़मी में आए रिश्तेदार लौट चुके हैं. उनकी मां इलाज कराकर अस्पताल से लौट आई हैं और पिता ने ख़ुद को पत्थर सा बना लिया है.

मगर शायद उस ग़म से ख़ुद को दूर करने के लिए वो अंकित के दोस्तों के साथ घुले-मिले बैठे दिखते हैं.

अंकित के पिता यशपाल सक्सेना कहते हैं, "सब कह रहे हैं मैं तो रो ही नहीं रहा. क्या जब रोऊंगा तभी मानोगे, मेरा सब लुट गया. मेरी आंखों के आगे मेरे बेटे का गला काट दिया...रो दूंगा तो क्या वो आ जाएगा?"

"कई बार हंसी के पीछे जो दर्द होता है, दिखता नहीं है. वो सिर्फ़ बेटा नहीं था दोस्त था मेरा. उसके साथ सब चला गया."

दिल्ली में 'हॉरर किलिंग', सांप्रदायिक तनाव

वो आख़िरी दिन...
अंकित के पिता कहते हैं, "रोज़ की तरह उस दिन भी वो सुबह ही काम पर निकल गया था. हमें पता होता कि आज कुछ ऐसा हो जाएगा तो उसे सीढ़ी से नीचे ही नहीं उतरने देते."

वो बताते हैं, "काम से लौटने के बाद वो रोज़ शाम को दोस्तों से मिलने जाता था. उस दिन भी रात के क़रीब आठ बजे थे. हमें तो यही लगा कि किसी दोस्त के यहां गया होगा लेकिन तभी एक लड़का दौड़ता हुआ आया और बोला, अंकल जल्दी चलो, आपके लड़के के साथ मार-पिटाई हो रही है."

"मैं मिसेज़ को लेकर सड़क की तरफ़ भागा. देखा तो कुछ लोग अंकित के साथ मार-पिटाई कर रहे थे. हमनें उन्हें समझाने की कोशिश की लेकिन वो तो मन बनाकर आए थे."

किसी ने अंकित को बचाने की कोशिश नहीं की...
ये उस युवती के घर के लोग थे जिससे अंकित के साथ अफ़ेयर की बात कही जा रही है.

अंकित के पिता को शिकायत है कि घटनास्थल पर मौजूद लोगों ने उनके बेटे को बचाने की कोशिश नहीं की.

वो कहते हैं, "युवती के पिता, मां, मामा और भाई का आरोप था कि अंकित ने उनकी लड़की को भगाया है. मैंने बहुत समझाने की कोशिश की, लेकिन वो कुछ सुनने को राज़ी नहीं थे. इसके बाद उन्होंने मेरी पत्नी को ज़मीन पर गिरा दिया और उनके साथ मारपीट शुरू कर दी."

"मां पर हमला होता देख अंकित उन्हें बचाने गया तभी उन लोगों के साथ आए दूसरे लोगों ने उसे जकड़ लिया. इसी बीच उसके पिता ने पीछे से आकर अंकित का गला रेत दिया."

'मेरा बेटा लहराते हुए नीचे गिर गया'
यशपाल कहते हैं, "मेरे बेटे ने अकेले तीन-तीन को संभाल रखा था लेकिन थोड़ी देर बाद वो लहराते हुए नीचे गिर गया."

"मेरी बीवी पीछे से चिल्लाने लगी. मैं उसके पास गया. हिलाया-डुलाया लेकिन हरकत नहीं हुई. लाद-फांदकर जब उसे अस्पताल ले गए तो डॉक्टरों ने जवाब दे दिया."

"मिनटों में हट्टा-कट्टा बेटा चला गया. आज भी लगता है एक बार वो फिर आ जाए तो सब ठीक हो जाए. लेकिन अब ये सिर्फ़ अरमान है...जो कभी पूरा नहीं होगा."

अंकित के पिता कहते हैं कि 'उन्हें उस लड़की के बारे में कोई जानकारी नहीं थी, जिसे अंकित की प्रेमिका बताया जा रहा है.'

"अंकित मेरे दोस्त जैसा था और वो मुझसे बहुत सी बातें शेयर करता था लेकिन उसने कभी भी इस लड़की का ज़िक्र नहीं किया."

अंकित के मौसेरे भाई आशीष बताते हैं, "हम लोग अक्सर उसे छेड़ा करते थे कि इस उम्र में भी तेरी कोई गर्लफ्रेंड नहीं है. तो वो कहता था कि मेरे दोस्त ही मेरे सबकुछ हैं."

वो बताते हैं, "उसने कभी भी किसी लड़की का ज़िक्र नहीं किया. परिवार अंकित की शादी के लिए लड़की देख रहा था."

"15 दिन पहले ही हम लोग लड़की देखने गए थे. अंकित भी हमारे साथ जाने वाला था लेकिन अपने काम के चलते वो नहीं जा पाया था."

हालांकि एक ओर जहां अंकित के पिता और दोस्त ऐसे दावे कर रहे हैं, वहीं सोशल मीडिया पर अंकित की कथित प्रेमिका का एक वीडियो चल रहा है.

इस वीडियो में वो अंकित के साथ शादी होने की बात कह रही हैं.

हालांकि अंकित के दोस्त और पिता ये ज़रूर मानते हैं कि वो लोग उस युवती और उसके परिवार को जानते थे क्योंकि पहले उनका परिवार उसी ब्लॉक में ही था, जहां अंकित का घर है.

क्या हुआ था अंकित के साथ?
अंकित के एक दोस्त बताते हैं, "पहले वो लोग यहीं रहते थे. आना-जाना भी था. बातचीत भी होती थी."

"लेकिन दोनों के बीच बात इतनी आगे तक है, इसके बारे में कुछ भी पता नहीं था."

दिल्ली के रघुबीर नगर में 23 वर्षीय एक फ़ोटोग्राफ़र अंकित सक्सेना की कथित तौर पर एक युवती के परिवार के चार सदस्यों के साथ बहस के बाद हत्या कर दी गई.

पुलिस का कहना है कि अंकित सक्सेना के अल्पसंख्यक समुदाय की 20 वर्षीय युवती के साथ प्रेम सम्बन्ध थे.

According to the police, the mother of the girl, Mama and her 16-year-old brother objected to her relationship and asked her to stay away from her.

After this, after the debate, the girl's father allegedly raped her on the road and allegedly raped her. Ankit's friend's house was just around his house.

Looks like he's coming from that end
The friend says that if anyone's home was made of Rajma-Rice, he would have been called. Rajma-Rice was her favorite.

Mumtaz, who lives in the mohalla, says, "Even today it seems that he will be coming from that side of the street."

"This car will park here and the stairs will climb up and down, but all is vanquished ..."

When we returned from his house, Ankit's father said, "Wait, go away in a little while.

Perhaps now the memories of the young son have started scaring him alone.
Powered by Blogger.