खत्म हुआ शाहीन बाग़ धरना !
कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के कारण देश के तमाम राज्यों समेत राजधानी दिल्ली में भी लॉकडाउन है.
इसके मद्देनज़र दिल्ली पुलिस ने शाहीन बाग़ के इलाक़े को पूरी तरह खाली करा लिया है. इस दौरान कुछ प्रदर्शनकारियों को हिरासत में भी लिया गया है.
दिल्ली पुलिस के दक्षिण पूर्वी ज़िले के डीसीपी ने समाचार एजेंसी एएनआई से इसके बारे में बताया है.
उन्होंने बताया है, "शाहीन बाग़ के प्रदर्शनकारियों से लॉकडाउन के चलते जगह खाली करने की अपील की गई थी. लेकिन वे इसके लिए तैयार नहीं हुए. इसके बाद उन पर कार्रवाई करनी पड़ी. प्रदर्शन स्थल को पूरी तरह खाली करा लिया गया है. हालांकि इस कार्रवाई में हमें कुछ प्रदर्शनकारियों को हिरासत में भी लेना पड़ा है."
हालांकि कितने लोगों को हिरासत में लेने की नौबत आई है, इसको लेकर फ़िलहाल कोई जानकारी सामने नहीं आई है
शाहीन बाग़ इलाक़े में ही रहने वाले एक शख़्स ने नाम ज़ाहिर नहीं करने की शर्त पर बीबीसी को बताया कि पूरे शाहीन बाग़ में ही सुरक्षा बल तैनात है. इसके अलावा प्रदर्शन स्थल पर भारी संख्या में सुरक्षा बल की तैनाती है.
इस शख़्स ने बताया कि पुलिस प्रदर्शन स्थल पर लगे टेंट हटा रही है और वहां लगे पोस्टर और बैनर भी हटाए जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि इससे पहले सोमवार की रात को भी पुलिस यहां आई थी.
शाहीन बाग़ में बीते साल 15 दिसंबर से ही नागरिकता संशोधन क़ानून के विरोध में प्रदर्शन हो रहे हैं. यह प्रदर्शन महिलाओं के नेतृत्व में हो रहा है.
रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर रविवार को देशभर में जनता कर्फ़्यू लगाया गया था.
उस दिन शाहीन बाग में पेट्रोल बम फेंके गए थे. हमले में कोई घायल नहीं हुआ था क्योंकि जनता कर्फ़्यू को देखते हुए प्रदर्शन कर रहे लोग सांकेतिक प्रदर्शन के तौर पर अपनी चप्पलों को प्रदर्शन स्थल पर छोड़कर गए थे और कुछ एक बुज़ुर्ग महिलाएं ही वहां मौजूद थीं.
इससे पहले कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए शाहीन बाग़ में प्रदर्शन कर रही महिलाओं से कहा गया था कि वो अपना प्रदर्शन समाप्त कर दें लेकिन उनका कहना था कि प्रदर्शन जारी रहेगा.
हालांकि प्रदर्शन के आयोजकों ने यह ज़रूर कहा था कि संक्रमण का ध्यान रखते हुए कम संख्या में ही महिलाएं प्रदर्शन में शामिल होगी. (Source BBC)