मंच पर साथ आये जिया उर रहमान बर्क और सोहेल इकबाल !

              दादा शफीकुर्रहमान बर्क के दौर में पिछले पांच दशक से चली आ रही राजनीतिक अदावत को उनके पौत्र जियाउर्रहमान बर्क ने विधायक इकबाल महमूद के घर जाकर खत्म कर दिया। जियाउर्रहमान बर्क व इकबाल महमूद ने गले मिलकर पुरानी बातों को भुलाकर एक दूसरे का सहयोग करने का वादा किया। और आज रुकनुद्दीन सराय में जिया उर रहमान और सोहेल इकबाल (नवाब इक़बाल पुत्र)  ने मंच साझा किया जहां सोहेल इकबाल ने जनता से जिया उर रहमान बर्क को वोट देने की अपील की !

 
जिया उर रहमान बर्क
जिया उर रहमान बर्क !


डा. शफीकुर्रहमान बर्क पांच दशक में कई बार सांसद और विधायक रहे लेकिन उनका इकबाल महमूद के परिवार से हमेशा छत्तीस का आंकड़ा रहा। पहले इकबाल महमूद के पिता नवाब महमूद से डा. बर्क की पटरी नहीं खाती थी और फिर जब इकबाल महमूद राजनीति में सक्रिय हुए तो उनके साथ ही खटास बनी रही। एक ही पार्टी में रहते हुए डा. शफीकुर्रहमान बर्क और इकबाल महमूद के बीच तलवारें तनी रहती थीं। डा. शफीकुर्रहमान बर्क के इंतकाल के बाद इस बार उनके पौत्र जियाउर्रहमान बर्क सपा के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं। 


मतदान से पहले अचानक इकबाल महमूद के घर जाकर जियाउर्रहमान बर्क ने सभी को चौंका दिया। गुरुवार दोपहर को जियाउर्रहमान बर्क अपने पिता ममलूकुर्रहमान बर्क व समर्थकों के साथ मियां सराय में विधायक इकबाल महमूद के घर पहुंचे तो वहां इकबाल महमूद व उनके बेटे सुहेल इकबाल ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। इसके बाद माला पहनाकर स्वागत किया गया। इसके साथ ही दोनों ने एक साथ कहा कि अब एक दूसरे का विरोध नहीं बल्कि सहयोग करेंगे। बात हुई कि इकबाल महमूद अब जियाउर्रहमान बर्क का चुनाव लड़ायेंगे और विधानसभा चुनाव के दौरान जियाउर्रहमान बर्क इकबाल महमूद का चुनाव लड़ायेंगे। इस दौरान रामपुर से सपा प्रत्याशी मोहिबुल्लाह नदवी व बिलारी विधायक हाजी फहीम भी मौजूद रहे।


(Source अमृतविचार)

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